Devotional Poetry in Hindi – शिव और पार्वती में खो जायें ।

जग एक सागर, दो ही खेवैया,
एक शिव भोला – दूजी भवानी मैया |
शिव और पार्वती के Devotional Poetry in Hindi – Shiv Ke Bhajan को और Hindi Bhakti Geet को इस विवरण में पढ़िए । गौरीशंकर की भक्ति और प्रेम भरे Shiv Ke Bhajan का आनंद लें। भोलेनाथ और गौरी के Hindi Bhakti Geet के  ध्यान में लीन होकर उनके प्रेम और महिमा को महसूस करें।
 
आज हम आपके लिए लेकर आये है – Devotional Poetry in Hindi. ये Popular Hindi Bhakti Geet इतनी मज़ेदार है कि आप शिव और पार्वती की भक्ति में लीन हो जायेंगे |
जग एक सागर, दो ही खेवैया,
एक शिव भोला – दूजी भवानी मैया |
 
Jag Ek Saagar, Do Hi Khewaiya,
Ek Shiv Bhola, Dujee Bhavani Maiya.
 
तू जागे तो जागे सवेरा, तू आँचल से रात उतारे,
तेरा है सूरज, तेरा ही चंदा, तेरे ही है सितारे,
तेरे कारण,
ये जग के आँगन,
खेल रही पुरवैया…
 
Tu Jaage To Jaage Savera, Tu Aanchal Se Raat Utaare,
Tera Hai Suraj, Tera Hai Chanda, Tere Hi Hai Sitaare,
Tere Karan,
Ye Jag Ke Aangan,
Khel Rahi Hai Purvaiya….
 
जग एक सागर, दो ही खेवैया,
एक शिव भोला – दूजी भवानी मैया |
 
Jag Ek Saagar, Do Hi Khewaiya,
Ek Shiv Bhola, Dujee Bhavani Maiya.
 
Shayar / Kavi: Anonymous
 
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