Prem Shayari Hindi । प्रेम की गहराई को व्यक्त करेगी

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का,
उसी को देख कर जीते है जिस काफिर पे दम  निकले।
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Prem Shayari Hindi – प्रेम की गहराई और सुंदरता को छूने वाली हिंदी प्रेम शायरी का आनंद लें। भावनाओं के संगीत को व्यक्त करें, इस अद्वितीय कविता के माध्यम से।

दिल की गहराई से उबलती हुई  Prem Shayari Hindi  में खो जाएँ। शायरी में व्यक्त प्यार के एहसासों को महसूस कीजिये। हिंदी कविता के रंगीन शब्दों में खो जाएँ ।
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हम आपके लिए लेकर आये है – Love Shayari Hindi – ये २ लाइन की Prem Shayari Hindi  प्यार मोहब्बत के जज़्बातों से भरी हुई है। ये मिर्ज़ा ग़ालिब की Prem Shayari Hindi आपके सामने है|
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Prem Shayari Hindi – प्रेम शायरी हिंदी 
हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले,
बहोत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी काम निकले।
Hazaaron Khwahishain ‘Eisee Ke Har Khwahish Pe Dam Nikle,
Bohot Nikle Mere Armaan Lekin Fir Bhee Kam Nikle,
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निकलना खुल्द से आदम का सुनते आये है लेकिन,
बहोत बेआबरू होकर तेरे कूंचे से हम निकले।
Nikalna Khuld Se Aadam Ka Sunte Aayain Hain Lekin,
Bohot Be_aabru Hokar Tere Kooche Se Ham Nikle,
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मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का,
उसी को देख कर जीते है जिस काफिर पे दम  निकले।
Nahin Mohabbat Mein Naheen Hai Farq Jeene Aur Marne Kaa,
Usee Ko Dekh Kar Jeete Hain Jis Kaafir Pe Dam Nikle,
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खुदा के वास्ते  पर्दा न काबे से उठा ज़ालिम,
कहीं ऐसा ना हो वो भी वही काफिर सनम निकले।
Khuda Ke Waaste Parda Na Kaabe Se Uthaa Zaalim,
Kaheen ‘Eisa Na Ho Yaan Bhee Wohee Kaafir Sanam Nikle,
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कहाँ मैखाने का दरवाज़ा ‘ग़ालिब’ और कहाँ वाइज़,
पर इतना जानते है, कल वो जाता था के हम निकले।
Kahaan Maikhaane Ka Darwaaza “Ghalib” Aur Kahaan Waaiz,
Par Itana Jaante Hain Kal Wo Jaata Tha Ke Ham Nikle.
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Shayar / Kavi: Mirza Ghalib
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प्रेम और भावनाओं की उड़ान भरी होगी । Prem Shayari की माहिरी का आनंद लिया होगा और Mirza Ghalib की Prem Shayari के विचारों का आनंद लिया होगा । अगर आपको हमारी यह Prem Shayari in Hindi पसंद आयी हो तो इसे अपने  Social Media accounts  पर शेयर ज़रूर  करे ।
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